Business communication क्या है, तो यह जानने से पहले आसान शब्दों में यह बता दूं कि, communication होता क्या है? हम सब हर दिन एकदूसरे से बात करते है उसे ही communication (संवाद) कहते है और यह संवाद हम बोलकर, बताकर, लिखकर, भेजकर, दिखाकर भी कर सकते है। लेकिन यही संवाद business (व्यापार) में सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। Business के अंदर सभी व्यवसायिक संबंधों को सकारात्मक तरीके से बनाए रखने के लिए सही communication बनाना जरूरी होता है।
Businessman (व्यवसायिक) अपने ग्राहकों के साथ, कर्मचारीयों और निवेशों के बीच या किसी तीसरे पक्ष के व्यवसायिक के साथ सकारात्मक संचार बनाए रखने के लिए कही तरह के communication strategies का इस्तेमाल करता है। तो हम इस आर्टिकल में यही जानेंगे कि, business communication क्या होता है? Business communication क्यों जरूरी होती है और business communication के कितने तरीके होते है, आदि।
What is Business Communication in Hindi?
Business communication (व्यावसायिक संचार) में कंपनी से जुड़े जानकारी का उसके कर्मचारी या संगठन के बाहर के लोगो के साथ आदान प्रदान करना होता है। Business को प्रभावी तरीके से प्रबंधीत करने और उसमे शामिल योजना, आयोजना, निर्देशन और यंत्रणा आदि, को अच्छी तरीके से कार्यरत रखने के लिए business communication जरूरी होती है।
शुरुवाती समय के दौरान business communication सिर्फ मौखिक, कागज में लिखित या टेलीफोन संचार से ही किया जाता था लेकिन आज के समय में business communication हम कहीं तरीकों से कर सकते है। जैसे: phone call, msg, email, video call, satellite communication, etc. जिस व्यवसाय में व्यवसायिक संचार मजबूत होता है उस व्यवसाय की संगठना उतनी ही मजबूत होती है।
तेजी से बढ़ती व्यापारी दुनिया में सबसे बड़ा कौशल्य अब communication skill (संचार कौशल्य) को माना जाता है और यह कौशल्य किसी भी व्यवसाय की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। चाहे वह आकार या विस्तार में कम ही क्यों न हो।
Importance of Business Communication in Hindi
व्यवसाय में किसी भी तरह की जानकारी, निर्देशन, रणनीति, ग्राहक सेवा , ब्रांडिंग आदि के बारे में स्पष्ट और सटीक संदेश देने के लिए Business Communication बहुत उपयोगी होता है।
व्यवसाय में कर्मचारियों के बीच सही तालमेल बनाए रखने या उन्हें किसी कार्य के लिए प्रेरित करने के लिए business communication जरूरी होता है। Business communication से किसी भी व्यवसायी को अपने कंपनी की vision और mission को अपने सहकर्मी और कर्मचारियों को समझाने में मदत मिलती है जिससे कंपनी सही दिशा की और कार्यरत होती है और जल्द सफलता मिलती है।
प्रभावी संचार से सकारात्मक वातावरण निर्माण होता है और किसी भी तरह की गलतफहमी या अफवा नहीं होती। गलतफहमी के चलते कहीं कर्मचारियों में संघर्ष हो जाता है जिससे कंपनी को भारी मात्रा में नुकसान हो सकता है।
किसी भी व्यवसाय की सफलता उसके ग्राहकों से होती है इसलिए बेहतर ग्राहक सेवा जरूरी होती है, ग्राहकों के सवाल और शंका को दूर करने और ग्राहक सेवा को बेहतरीन करने के लिए ग्राहकों के साथ प्रभावी संवाद किया जा सकता है।
Types of Business Communication in Hindi
व्यापार में प्राथमिक दो प्रकार के business communication (व्यवसायिक संचार) होते है। जो किसी कंपनी के अपने कर्मचारी के साथ और उपभोक्ता के साथ हो सकते है।
Internal communication
Internal communication दल के सदस्यों के अंतर्गत में होती है। Internal communication को सफल व्यवसाय का दिल कहा जाता है। जब कर्मचारी जानकारी, विचारों और योजनाओं को सही प्रभावी रूप से एक दूसरे के साथ आदान प्रदान करने में सक्षम हो जाता है तो उसका असर पूरे कंपनी पर पढ़ता है और उससे productivity भी बढ़ती है। Internal communication के प्राथमिक 3 प्रकार होते है जो कंपनी में इस्तेमाल किए जाते है।
Upward communication
Upward business communication में मैनेजर या कर्मचारी से जानकारी सीधा उच्च स्तर के कार्यकारी या मालिक को दी जाती है। Upward communication से कंपनी में नीचे स्तर पर चल रहे कार्यों की जानकारी पता चलती है।
Example: Sales Reports, Employee Surveys, Summaries, Feedback forms, Meetings, Grievances, and Disputes
Downward communication
Downward business communication में उच्च स्तर के कार्यकारी से जानकारी निचे स्तर के कर्मचारियों को दी जाती है।
Example : Job instructions, Procedures and practices, Performance feedback, Strategies, etc
Lateral communication
Lateral business communication में एकसमान पद या एक स्तर के कर्मचारी या कार्यकारी एकदुसरे से जानकारी साझा करते है।
Example: team communication via email, brainstorming, etc
External communication
External communication में संवाद कंपनी और ग्राहक, निवेशक, सरकार और जनता के साथ होती है। जितनी जादा internal communication मजबूत होती है उतना ही external communication को मजबूत बनाने में सहायक होती है। बाहरी संचार से कंपनी के सार्वजनिक व्यक्तित्व और प्रतिष्ठा पर सकारात्मक प्रभाव पढ़ता है। External communication से ग्राहकों का कंपनी के प्रति भरोसा बढ़ जाता है। और ग्राहकों से संबंध बनाने में और उसे बनाए रखने में आसानी होती है। इससे निवेशकों को कंपनी के बारे में जानने में और उसे अच्छे से समझने में आसानी होती है।
Example: Invoices, Annual reports, Newsletters, Magazines, Promotion and marketing, training and support.
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