Understanding ( समझना ):
अगर हम प्रभावित पढ़ाई के बारे में कहे तो “समझना” एक सबसे महत्वपूर्ण घटक बन जाता है। हम सब विधार्थी एक गलती करते है परीक्षा के लिए पढ़ाई करते वक्त, वह यह है की, हम हर एक विषय/ टॉपिक को रट्टा मारने की कोशिश करते है और उसे उसी प्रकार याद रखने की कोशिश करते है।
लेकिन उसकी वजह से हम उसे उस वक्त के लिए तो याद रख पाते है लेकिन बाद में उसे याद करने में कठिनाइयां आती है। वह हमे अच्छे से याद नही आता। इसलिए यह एक बहुत गलत तरीका है याद रखने का। तो मैं कुछ आपको पढ़ाई को याद रखने के लिए संशोधक Richard Feynman Technique बताता हूं!
Richard Feynman Technique क्या है और कैसे पढ़ाई को सरल बनाती है?
यह सबसे अच्छी पढ़ाई को याद रखने की तकनीकी है, जिसमें कहा गया है, अगर किसी भी विषय के पढ़ाई में हमे अच्छा होना हो, या उसे याद रखना हो तो उस पढ़ाई को अच्छे से समझना जरूरी होता है, तो इसमें कहा गया है की, आप जो पढ़ाई कर रहे हो उसे सबसे पहले पूरी तरह विस्तारित करो या कही भागों में विभाजीत करो। फिर उस विभाजित भागों को एक एक करके समझकर पढ़ाई करने की कोशिश करोगे तो वह विषय की पढ़ाई आपको जल्दी समझने में आसानी होगी।
आप चाहे तो उन भागों को मिलाकर एक कहानी भी बना सकते हो, जिससे आपको वह पढ़ाई / टॉपिक जादा दिन तक याद रहेगा। Feynman Technique में यही है कि, आप किसी भी विषय में पढ़ाई करते वक्त कम से कम इतना समझ लो कि आप उसे अपने दोस्तों को एकदम सरल तरीके से समझा सको जिससे वह समझ जाए। इसी तरह पढ़ाई को सरलता से किसको समझाने की तकनीकी को ही richard Feynman Technique कहते है।
Richard Feynman कौन है ? – ( संक्षेप में )
Richard Feynman एक महान वैज्ञानिक थे। उन्हें एक great explainer भी कहा जाता था क्योंकि वे कठिन physics विषय को कठिन से कठिन समीकरणों को भी अच्छे से समझ कर दूसरों को इतनी सरलता से समझा पाते थे की सामने वाला भी उसी सरलता से समझ और याद रख पाए। तो उनके हिसाब से किसी भी विषय के पढ़ाई को इस तरह से समझो की आप उसे कम से कम अपने दोस्तो या किसी को भी सरल तरीके से समझाकर याद करवा सको।
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Feynman Technique से पढ़ाई करते वक्त की जाने वाली गलतियां
तो आप कभी भी पढ़ाई करने बैठो तो, Feynman Technique से उस विषय को पूरी तरीके से समझने की कोशिश करो और उसके बाद खुदसे यह पूछो की, “क्या मुझे यह समझ में आया है ? और क्या में इसे मेरे छोटे भाई या मुझसे छोटे व्यक्ती को बढ़िया से समझा पाऊंगा क्या? ”
अगर आपको लगता है की, आप Feynman Technique को याद रखते हुए पढ़ा हुआ सरलता से किसको समझा पाओगे तो इसका मतलब आप वो पढ़ा हुआ आप समझ गए हो। लेकिन अगर आपको थोड़ा सा भी लगता है या शंका है की, Ex : इसमें यह छोटी सी चीज जैसे, A से B जाती है या B से A आती है।
तो इसका मतलब है आपने Feynman Technique को पूरी तरह से इस्तेमाल नही किया है। आपको उसे और जादा पढ़कर समझने की जरूरत है और आप उसे दूसरों को समझा नहीं पाओगे। जो छोटी सी शंका है उसकी वजह से आप वह पूरी पढ़ाई / टॉपिक भूल भी सकते है। अगर आप थोड़ी भी शंका होने के बाद भी आपको लगता है कि, आप दूसरों को समझा पाओगे ऐसे लगता है तो यह गलत है। क्योंकि, जब आप किसी को समझाओगे तो वे आपसे पूछ सकते है कि, ऐसा क्यों होता है? या फिर यह क्यों है? इस तरह से सवाल पूछेंगे, जिसका जवाब आपके पास नही होगा।
इसलिए किसी भी विषय की पढ़ाई करते वक्त उसे पूरी तरीके से Feynman Technique के इस्तमाल से समझे की वह क्या है। जब आप किसी विषय या टॉपिक पूरी तरीके से याद हो जाता है तो वह पढ़ाई आपको पसंद भी आने लगेगी। अधिकतर विद्यार्थियों को पढ़ाई में गणित अच्छा नहीं लगता क्योंकि वह उस विषय को सरलता से समझ नहीं पाते। तो वही काम आपको करना है, उस विषय के पढ़ाई को समझना है और जितना हो सके सरल / आसान शब्दों में समझना है। यही Feynman Technique है।
Rules of Feynman Technique : (फेनमैन तकनीक के नियम)
- जब हम किसको वह विषय समझा रहे हो तो अपनी भाषा को एकदम सरल रखे।
- उसमे भारी भरकम शब्द का प्रयोग न हो। जिससे समझने वाले को कठिनाई हो सकती है। और ऐसे शब्द आपको भी जादा देर तक याद नहीं रहेंगे।
- आप उस विषय को समझने के बाद उसे अपनी भाषा में सरलता से विस्तारित/ रूपांतरित करे, या उससे कोई याद रखने वाली कहानी बनाए।
- उस विषय/ टॉपिक को कम से कम शब्दों में बताने की कोशिश करे। जितना कम से कम और सरल बनाकर समझ, और समझा सकते हो उतनी वह पढ़ाई जल्दी याद रख पाओगे।
अगर आप इस Feynman Technique तकनीकी का इस्तमाल करके पढ़ाई करोगे तो आपको कठिन से कठिन विषयों की पढ़ाई को आप एकदम सरल बना दोगे और जब वह पढ़ाई सरल बन जायेगी तो आप उसे आसानी से समझ पाओगे और याद रख पाओगे ।